मनोस्वास्थ्य और व्यसन की बढ़ती वैश्विक चुनौतियों पर मंथन करने के लिए तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ‘ऐडिकॉन 2025’ (ADDICON 2025) का शुभारंभ आज इंदौर के प्राइड होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर पुष्यमित्र भार्गव, मंत्री महेंद्र हार्डिया, पद्मश्री जनक पलटा और डॉ. अतुल अम्बेकर (प्रोफेसर, एम्स नई दिल्ली) समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
'मोबाइल की लत' समाज के लिए नया खतरा: महापौर
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, “नशा अब केवल पदार्थों तक सीमित नहीं रहा; मोबाइल और डिजिटल लत समाज के लिए एक नया खतरा बनकर उभरी है।” उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मेलन न केवल समाज को जागरूक करते हैं बल्कि समाधान की दिशा भी दिखाते हैं। कार्यक्रम के आयोजक अध्यक्ष, इंदौर के वरिष्ठ मनोचिकित्सक और नशा रोग विशेषज्ञ डॉ. रामगुलाम राजदान ने बताया कि इस वर्ष कॉन्फ्रेंस की थीम 'रणनीतियों, नीतियों और दृष्टिकोण के माध्यम से नशे की बढ़ती समस्या से निपटना' है।
देश-विदेश के विशेषज्ञ ले रहे हिस्सा
इंडियन साइकाइट्रिक सोसाइटी (IPS) के तत्वावधान में हो रहे इस सम्मेलन में देश-विदेश के मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, शोधकर्ता और नीति-निर्माता भाग ले रहे हैं। पहले दिन के पहले सत्र में इंडियन साइकेस्ट्रिक सोसाइटी की पूर्व प्रेसिडेंट डॉ. सबिता मल्होत्रा ने बच्चों और युवाओं में व्यसन पर अपने विचार रखे।